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Monday 29 January 2018

रोजाना 10 मिनट हंस लेने से दूर हो जाती हैं ये बीमारियां


'लाफ्टर इज द बैस्ट मेडिसन' यह तो आपने सुना ही होगा। तो आइये आपको बता दें कि हंसने से आपको कितने फायदे होते हैं, ताकी आप थोड़ा और खुल कर हंस सकें।
'लाफ्टर इज द बैस्ट मेडिसन'


जब एक छोटी सी मुस्कराहट आपकी फोटो में चार चांद लगा देती है, तो जरा सोचिए कि खुल कर हंसने से आपको कितने फायदे होते होंगे। वो कहते हैं ना, 'लाफ्टर इज द बैस्ट मेडिसन'। ये बात सोलह आने सच है कि हंसी लाख मर्जों की एक दवा होती है। हंसने से न सिर्फ हमारा सेहत, बल्कि सूरत भी बेहतर होते हैं। लाफ्टर हमारे शरीर की मांसपेशियों, आंखों, जबड़े और हृदय की मांसपेशियोंको आराम देता है। लेकिन फिर भी न जाने हम जिंदगी की आपाधापी में हंसना क्यों भूल जाते हैं। तो आइये आपको बता दें कि हंसने से आपको कितने फायदे होते हैं, ताकी आप थोड़ा और खुल कर हंस सकें।

रक्त संचार को बनाए बेहतर


युनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के एक शोध के अनुसार हंसने का संबंध शरीर के रक्त संचार से है। इस अध्ययन में प्रतिभागियों को दो समूहों में रखा गया था। पहले समूह को कॉमेडी कार्यक्रम दिखाया गया और दूसरे को ड्रामा। शोध में पाया गया कि कॉमेडी कार्यक्रम देखकर जो प्रतिभागी खुलकर हंस रहे थे उनका रक्त संचार अन्य प्रतिभागियों की तुलना में काफी बेहतर था।

तनाव हो जाए उड़न-छू


हंसी में तनाव, दर्द और झगड़े आदि को खत्म करने की कमाल की शक्ति होती है। आपके दिमाग और शरीर पर प्रभावी रूप से जो काम हंसी कर सकती है, वह दुनिया की कोई दवा नहीं कर सकती। विशेषज्ञ बताते हैं कि हंसना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इससे आप ज्यादा सामाजिक बनते हैं और लोगों के साथ बेहतर सरीके से जुड़े रहने पर आपको तनाव या अवसाद जैसी समस्या कम होती हैं। साछ ही खुलकर हंसने से सारा तनाव बाहर निकल जाता है और आप बिल्कुल तनावमुक्त रहते हैं। ऐसे में तनाम से होने वाली मानसिक व शारीरिक समस्याओं से बचाव होता है।

प्रतिरक्षातंत्र को करे मजबूत


एक रिसर्च के मुताबिक ऑक्सीजन की उपस्थिती में कैंसर वाली कोशिकाएं और कई अन्य प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया एवं वायरस नष्ट हो जाते हैं। और हमें हंसने से ऑक्सीजन अधिक मात्रा में मिलती है और इससे शरीर का प्रतिरक्षातंत्र मजबूत होता है। यही नहीं लॉयड नामक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के अनुसार हंसने के दौरान हम गहरी सांस लेने और छोड़ने की एक्सरसाइज करते हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर तरीके से होता है। और इसकी वजह से हम लंबे समय तक तरोताजा व ऊर्जावान रह सकते हैं।

दर्द में दिलाए आराम


अनेक शोधों में पाया गया कि स्पोंडलाइटिस या कमर दर्द आदि पीड़ादायक समस्याओं में आराम के लिए हंसना एक प्रभावी विकल्प होता है। डॉक्टर लाफिंग थेरेपी की मदद से इन रोगों में रोगियों को आराम पहुंचाने का प्रयास भी करते हैं। यही नहीं, 10 मिनट तक ठहाके लगाकर हंसने से आपको दो घंटे तक दर्द से राहत मिल सकती है, और इससे चेन की नींद भी आती है।

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हंस कर पाएं सकारात्मक ऊर्जा


हंसी मजाक से आप अपने दिल व दिमाग के बोझ को तो कम कर पाते ही हैं, साथ ही खुश रहने से आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। सकारात्मक रह कर आप जो काम करते हैं, उस पर बेहतर से फोकस कर पाते हैं। हंसने से आपकी बॉडी रिलेक्स होती है। कुछ देर खुलकर हंसने से मांसपेशियां कम से कम 45 मिनट तक रिलेक्स हो जाती हैं। इसके अलावा हंसनेसे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। कहते हैं कि एक सकारात्मक व्यक्ति अपने इर्द-गिर्द भी खुशी और आंदद फैलाता है। तो खूब हंसिये और इर्द-गिर्द भी खुशियों फैलाइये।

दिल को बनाए मजबूत


हंसने से हृदय की एक्सरसाइज भी हो जाती है। रक्त का संचार बेहतर होता है। हंसने पर शरीर से एंडोर्फिन नामक रसायन निकलता है, जोकि ह्रदय को मजबूत बनाता है। कुछ शोध बताते हैं कि हंसने से हार्ट-अटैक की संभावना कम हो जाती है।

रोगों से बचाए


यदि सुबह के समय हास्य ध्यान योग किया जाए तो दिन भर प्रसन्नता और स्फूर्ती बनी रहती है। वहीं रात में ये योग किया जाये तो नींद अच्छी आती है। हास्य योग से हमारे शरीर में कुछ हारमोंस का स्राव होता है, जिससे मधुमेह, पीठ-दर्द एवं तनाव से पीड़ित व्यक्तियों को फायदा होता है।

खूबसूरती की हंसी


जैसा की हम बात कर चुके हैं कि हंसने से टेंशन और डिप्रेशन कम होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। यही नहीं जोरदार हंसी कसरत का भी काम करती है। हंसने से चेहरे की मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है जिससे चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं। इसी लिए इसे नेचरल कॉस्मेटिक भी कह सकते हैं क्योंकि इससे चेहरा खूबसूरत बनता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि जो लोग अधिक हंसते हैं वे लंबे समय तक युवा दिखते हैं।

फिटनेस बढ़ाए


खुश रहने से आप ज्यादा फिट और हैल्दी रहते हैं। ऐ सा देखा गया है कि जो लोग जिंदगी को खुलकर जीते हैं, वे बुढ़ापे में तेजी से चलते हैं और ज्यादा सक्रीय रह पाते हैं। साथ ही खुश रहने वाले बुजुर्ग लोगों को बिस्तर से उठने में, कपड़े पहनने में या नहाने आदि रोजमर्रा के कामों में कोई दिक्कत नहीं होती। रोज एक घंटा हँसने से 400 कैलोरी ऊर्जा की खपत होती है, जिससे मोटापा भी काबू में रहता है। आज कल कई हास्य क्लब भी तनाव भरी जिंदगी को हंसी के माध्यम से दूर करने का काम कर रहे हैं।

Source: Onlymyhealth.com

The Cockroach Theory for Self Development


At a restaurant, a cockroach suddenly flew from somewhere and sat on a lady.

She started screaming out of fear.

With a panic stricken face and trembling voice, she started jumping, with both her hands desperately trying to get rid of the cockroach.

Her reaction was contagious, as everyone in her group also got panicky.

The lady finally managed to push the cockroach away but… it landed on another lady in the group.

Now, it was the turn of the other lady in the group to continue the drama.

The waiter rushed forward to their rescue. In the relay of throwing, the cockroach next fell upon the waiter.


The waiter stood firm, composed himself and observed the behavior of the cockroach on his shirt. When he was confident enough, he grabbed it with his fingers and threw it out of the restaurant.

Sipping my coffee and watching the amusement, the antenna of my mind picked up a few thoughts and started wondering, was the cockroach responsible for their histrionic behavior?

If so, then why was the waiter not disturbed? He handled it near to perfection, without any chaos.

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It is not the cockroach, but the inability of those people to handle the disturbance caused by the cockroach, that disturbed the ladies.

I realized that, it is not the shouting of my father or my boss or my wife that disturbs me, but it’s my inability to handle the disturbances caused by their shouting that disturbs me.

It’s not the traffic jams on the road that disturbs me, but my inability to handle the disturbance caused by the traffic jam that disturbs me.

More than the problem, it’s my reaction to the problem that creates chaos in my life.

Speech by Sundar Pichai – an IIT-MIT Alumnus and Global Head Google Chrome