थॉमस ऐ. एडीसन (Thomas A. Edison) ने सच ही कहा है–
“कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।” “There is no substitute for hard work.”
कठिन परिश्रम (Hard work) के द्वारा व्यक्ति असंभव (Impossible) को भी संभव (Possible) बना सकता है। किसी भी सफल व्यक्ति (Successful person) की सफलता का राज (Secret of success) उसके द्वारा किया गया कठिन परिश्रम ही होता है।यानि यह कहा जा सकता है कि सफलता को पाने का एक ही रास्ता (The only way to achieve success) है और वह है– कठिन परिश्रम (Hard work)।
लेकिन कुछ ऐसे प्रश्न हैं जिनके उत्तर केवल कठिन परिश्रम के आधार पर (Only on the basis of hard work) नहीं दिया जा सकता है। जैसे–
1- क्या केवल कठिन परिश्रम (Hard work) के बल पर ही कोई भी व्यक्ति आज के समय (Time) में Success प्राप्त कर सकता है???
2- किसी भी प्रतियोगिता (Competition) या परीक्षा में लाखों लोग Participate करते हैं जिनमे से हजारों कठिन परिश्रम भी करते हैं तो क्या कारण है कि केवल कुछ लोग ही Success प्राप्त कर पाते हैं???
3- क्या कारण है कि एक विद्यार्थी (Student) रोज तीन घंटे Study करके Top कर सकता है जबकि दूसरा Student रोज आठ घंटे Study करने के बाद भी मनचाही सफलता (Desired Success) प्राप्त नहीं कर पाता है ???
4- क्या कारण है कि एक व्यक्ति Office Time से एक घंटे पहले पहुंच कर Hard Work शुरू कर देता है और Office बंद होने के एक घंटे बाद तक Hard Work करता है, फिर भी वह अपने Boss को खुश नहीं कर पाता जबकि कोई दूसरा केवल Office Time में ही Hard Work करके बॉस को खुश (Happy) कर देता है ???
इन सभी प्रश्नों (Questions) से एक बात तो समझ आती है कि केवल कठिन परिश्रम के द्वारा सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती। (Success can not be achieved only by hard work.)
चलिए अब मैं आपको एक प्रेरणादायक कहानी (Inspirational stories ) बताता हूँ जिसे पढ़कर आपको इन सभी प्रश्नों के उत्तर मिल जायेंगे।
Motivational stories on Hard work in the Right direction
एक बड़े नगर में एक बहुत धनी व्यक्ति (Rich man) रहता था। वह एक बहुत बड़ी संपत्ति का मालिक (Very large property owners) था। उसके दो बेटे थे। धनी व्यक्ति यह चाहता था कि भविष्य में उसकी Property का मालिक दोनों में से कोई एक बेटा बनें और दूसरा उसका सहायक बनें।दोनों में से जो भी योग्य हो, उसी को Property का मालिक बनाया जाना था लेकिन Problem यह थी कि यह कैसे तय किया जाये कि दोनों में से कौन सा बेटा अधिक योग्य (Able) है???
बहुत सोचने के बाद धनी व्यक्ति ने एक उपाय (Solution) सोचा।
उसने अपने दोनों बेटों को अपने पास बुलाया और कहा, “शहर के बाहर जो मैंने 5 एकड़ जमीन खरीदी है, उसमे मैंने कहीं पर एक लोहे के बॉक्स में कुछ धन (Money) गाड़ दिया है, तुम दोनों में से जो भी उस धन (Money) को किसी भी तरीके से खोद कर निकाल लेगा वही मेरी Property का मालिक बनेगा।”
अगले दिन सुबह को जल्दी ही उसका पहला बेटा शहर के बाहर उस जमीन पर पहुंच गया। उसने खुदाई करनी शुरू कर दी। खुदाई करते हुए उसको पूरा दिन बीत गया लेकिन पूरे दिन Hard Work के बाद भी उसे कुछ न मिला। जबकि दूसरा बेटा घर पर बैठकर कुछ सोचता रहा।
दूसरे दिन पहला बेटा कुछ देर से पहुंचा क्योकि वह पहले दिन के कठिन परिश्रम से थक गया था। उसने फिर से खुदाई शुरू कर दी लेकिन आज भी पूरे दिन Hard Work करने के बाद भी उसे असफलता (Failure) हाथ लगी।
वह थका हुआ घर पहुंचा तो उसने अपने भाई को घर पर कागज पर कुछ लिखता हुआ पाया। पहले बेटे ने उसकी तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योकि वह केवल यह सोच रहा था कि अब अगले दिन सुबह ही उसे फिर से जाना है।
अब तीसरे दिन सुबह वह फिर से खुदाई करने पहुंच गया और फिर से Hard Work करने लगा। थोड़ी देर बाद उसका भाई वहां पंहुचा जिसके हाथ में एक कागज था। भाई ने पहले तो उस कागज में कुछ देखा और पूरे मैदान में अपनी नजर दौड़ाई।
बाद में एक निश्चित जगह पर उसने भी खुदाई करनी शुरू कर दी। केवल तीन घंटे के कठिन परिश्रम के बाद उसे लोहे का वह बॉक्स मिल गया जिसमे धन (Money) रखा हुआ था। धनी व्यक्ति (Rich Person) के दूसरे बेटे ने Success प्राप्त कर ली थी जबकि पहला बेटा अब भी कठिन परिश्रम से खुदाई कर रहा था।
तभी उनके पिता यानि धनी व्यक्ति (Rich Man) वहां पहुंच गया।
पहला बेटा अपने भाई की सफलता को देखकर बहुत अचंभित (Surprised) हुआ और बोला, “मैं यहाँ पर तीन दिनों से कठिन परिश्रम कर रहा हूँ लेकिन मुझे यह Box नहीं मिला लेकिन तुमने इसे केवल तीन घंटे की मेहनत से ही खोज लिया। यह कैसे संभव हुआ??? (How is it possible?)
तब उसका भाई बोला, “जब मुझे पता चला कि यह लोहे का बॉक्स इतने बड़े मैदान में कही गढ़ा हुआ है तो मैंने भी खुदाई करने का मन बनाया लेकिन इससे पहले मैंने सोचा कि इतने बड़े मैदान में यदि कठिन परिश्रम किया भी जाये तो कहाँ पर किया जाये जिससे Success मिल जाये। दूसरे दिन जब तुम कुछ देर से आये थे उस दिन सुबह को ही मैं यहाँ एक इंजीनियर को साथ लेकर आया जिसने एक मशीन से यह पता लगाया कि लोहे का बॉक्स कहाँ पर हो सकता है। उसके बाद उसी दिन मैने एक कागज पर एक Map बनाया कि खुदाई कहाँ करनी है। और आज उसी Map के हिसाब से मैंने तीन घंटे सही दिशा में Hard Work किया और बॉक्स को पाकर सफलता प्राप्त कर ली।”
अब धनी व्यक्ति खुश था कि उसे उसकी Property के लिए एक योग्य मालिक (Eligible owner) मिल गया।
Moral Of This Motivational Hindi Story
दोस्तों! इस कहानी से हमें सफलता का एक बहुत बड़ा राज (A great secret of success) पता लगता है कि सफलता केवल कठिन परिश्रम से नहीं बल्कि सही दिशा में कठिन परिश्रम (Hard work in the Right direction) करने से मिलती है।धनी व्यक्ति का पहला बेटा बिना किसी दिशा या योजना के केवल कठिन परिश्रम करता रहा और असफल हो गया जबकि दूसरे बेटे ने प्लान बनाकर सही दिशा में कठिन परिश्रम ( Hard work in the Right direction by making Plan) किया और सफलता प्राप्त की।
अब हमें ऊपर दिए गए तीनों प्रश्नों के उत्तर भी मिल जाते हैं।
केवल Hard Work के बल पर कोई भी व्यक्ति आज के Time में Success प्राप्त नहीं कर सकता है। कठिन परिश्रम के साथ में एक चीज और जोड़नी होगी और वह है–सही दिशा (Right direction)।किसी भी Competition या परीक्षा में लाखों लोग Participate करते हैं जिनमे से हजारों Hard Work भी करते हैं। Success वही लोग प्राप्त कर पाते हैं जो सही दिशा में एक योजना बनाकर कठिन परिश्रम करते हैं।
एक Student रोज तीन घंटे Study करके Top कर लेता है जबकि दूसरा Student रोज आठ घंटे Study करने के बाद भी मनचाही सफलता (Desired Success) प्राप्त नहीं कर पाता है क्योकि पहले Student ने योजनागत तरीके से सही दिशा में मेहनत (Hard work in the Right direction with Plan) से Study की जबकि दूसरा केवल मेहनती (Hard working) है और मेहनत से Study करता है। दोनों में बहुत फर्क है।
सही दिशा में कठिन परिश्रम (Hard work in Right direction) करने के कारण ही केवल Office Time में मेहनत करने वाला व्यक्ति अपने Boss को खुश कर पाता है जबकि Overtime करने वाला व्यक्ति असफल (Unsuccessful) हो जाता है।
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