सरसों के तेल को सभी तेल में सबसे स्वच्छ और पवित्र कहा जाता है। सरसों के तेल को पाठ-पूजा में इस्तेमाल करने के साथ ही घर के कई तरह के कामों में भी इसका उपयोग किया जाता है। सरसों का तेल खाने को पोषक तत्वों से भरने के साथ ही खाने का स्वाद भी बढ़ाता है। सरसों का तेल कई बीमारियों को दूर करने में भी कारगार साबित हुआ है।
आज हम आपको सरसों के तेल के 14 फायदे बता रहे हैं।
1. कान दर्द के लिए - For Ear Pain
जिन लोगों को कान में अक्सर दर्द की शिकायत रहती है या जब कभी अचानक कान में दर्द उठता है तो उस स्थिति के लिए सरसों का तेल बहुत फायदेमंद साबित हुआ है। दर्द के वक्त इसे कान में डालने से तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा सरसों के तेल में लहसुन डाल कर गर्म कर के भी कान में डाला जा सकता है।
2. दातों के लिए - For Teeth
दांतों के पीलेपन और सड़न के लिए भी सरसों का तेल किसी वरदान से कम नहीं है। सरसों के तेल में नमक मिलाकर दांत साफ करने से दांतों का पीलापन दूर होता है। इससे दांत दर्द, पायरिया आदि रोगों से भी आराम मिलता है।
3. बहती नाक के लिए - For Running Nose
सरसों के तेल में एंटीबॉयटिक, एंटीवायरल और एंटीहिस्टामिन गुण होते हैं जो बहती नाक के विभिन्न लक्षणों से तुरंत राहत प्रदान करते है। इसके अलावा, सरसों के तेल की महक बहुत जोरदार होती है जिससे नाक बिल्कुल साफ हो जाती है। समस्या होने पर 1 चम्मच सरसों का तेल कटोरी में रख कर हल्का सा गर्म करें। फिर एक-एक बूंद अपनी नाक के दोनों छेदों में डालें। यह नाक को साफ करने में आपकी मदद करता है। इस उपाय को दिन में दो से तीन बार करें।
4. भूख बढ़ाने के लिए - For Digetion
फास्ट फूड के आदि आजकल के लोगों में भूख ना लगने की समस्या बहुत आम हो गई है। ऐसे में अगर आप किसी घरेलू नुस्खे का उपयोग करना चाहते हैं तो सरसों को तेल सबसे अच्छा उपचार है। सरसों के तेल में बना खाना खाने से भूख बढ़ती है। साथ ही ये हमारे पेट में एपिटाइजर का काम करता है और भूख बढ़ाता है।
5. चेहरे पर ग्लो - Glowing Face
डल और मुरझाइ स्किन के लिए भी सरसों का तेल काफी अच्छा माना जाता है। बेसन, हल्दी, पीसा हुआ कपूर और सरसों के तेल को आपस मिलाकर अच्छी तरह पेस्ट बना लें। इसे रात को सोते वक्त चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे का रंग तो साफ होगा ही साथ ही त्वचा में चमक भी आएगी।
6. प्राकृतिक सन्स्क्रीन - Natural Sunscreen
आजकल हम ऐसे सन्स्क्रीन का चयन करने लगे हैं, जिनमें एसपीएफ 20 या फिर उससे अधिक हो। लेकिन हम आपको बता दें कि सरसों के तेल से बेहतर सन्स्क्रीन कोई नहीं है। इसमें उच्च लेवल का विटामिन ई होता है जिसकी मदद से यह प्राकृतिक सन्स्क्रीन की तरह काम करता है। यह सूरज की हानिकारक किरणों से हमारी त्वचा को बचाता हैं और समय से पहले झुर्रियों को आने से भी रोकता है।
7. त्वचा के रंग को हल्का करने के लिए - For Fare Skin
त्वचा की रंगत को हल्का करने के लिए हम जिन फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल करते हैं, वह हमारी त्वचा के लिए काफी हानिकारक होते हैं। इसके अलावा आप बेसन में नींबू और सरसों का तेल मिला लें। इसके बाद इस पेस्ट को मिलाकर अपने चेहरे पर लगा लें, इसे 10 से 15 मिनट के लिए चेहरे पर लगा रहने दें और फिर चेहरा धो लें। अच्छे परिणाम के लिए इस पेस्ट को हफ्ते में कम से कम तीन बार इस्तेमाल करें।
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8. बालों को काला रंग देने के लिए - For Black Hair
आपने अपने बड़े बूढ़ों को हमेशा सरसों के तेल की मालिश करते देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह बालों को मालिश करने के लिए सिर्फ सरसों के तेल को ही क्यों चुनती हैं। इसके अलावा कोई और तेल क्यों नहीं चुनती, ऐसा इसलिए क्योंकि इस तेल में बालों को काला रंग करने के गुण होते हैं। इतना ही नहीं यह बालों को सफेद होने से भी बचाता है। इस तेल को आप सीधे ही अपने बालों में लगा सकती हैं। इसे आधा घटा बालों में रखने के बाद शैम्पू कर लें। हम जानते हैं कि बालों के स्केल्प से तेल को निकालना इतना आसान काम नहीं है, लेकिन ऐसा करने से बालों को कितना आराम मिलेगा इसका अंदाजा भी आप नहीं लगा पाएंगी।
9 .बालों के मसाज के लिए - For Hair and Scalp Massage
सरसों के तेल में जीवाणुरोधी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं तो अगर आप अपने स्केल्प को सरसों के तेल से मसाज करते हो तो इससे आपका स्केल्प साफ रहेगा और आपको रूसी से भी निजात मिलेगी। यह उनके लिए एक अच्छा उपचार है जो रूसी से बहुत परेशान रहते हैं।
10. सूखे और फटे होंठ - For Lip Problem
अगर आपके होंठ सूखे और फटे हुए हैं तो ऐसे में आपको होठों पर लिपबाम लगाने की कोई जरूरत नहीं है। जी हां अगर आपको ऐसी कोई परेशानी हो तो आप रात को सोने से पहले अपने नाबी में सरसों का तेल लगा लें। ऐसा करने से आपको फटे और सूखे होठों से छूटकारा मिल जाएगा।
11. फंगल संक्रमण में - For Fungal Infection
अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों के कारण, सरसों का तेल त्वचा पर चकत्तें और अन्य त्वचा संक्रमण के इलाज में कारगर है। सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट नामक तत्व पाया जाता है जो अपने एंटी-फंगल गुणों के कारण कवक के विकास को रोकता है। इस प्रकार यह सूखेपन, सुस्ती और खुजली से आपकी त्वचा को बचाकर कवक और अन्य घातक रोगाणुओं को बढ़ने से रोकता है।
इसका सेवन के रूप में यह मूत्र मार्ग, पेट, आंतों और पाचन तंत्र के अन्य भागों के साथ ही खांसी और जुकाम में जीवाणु संक्रमण से लड़ता है। जबकि त्वचा पर मालिश के रूप में यह बैक्टीरिया के संक्रमण से लड़ता है।
12. कैंसर से बचाव - Protect From Cancer
सरसों के तेल में ग्लूकोसिनोलेट नामक तत्व होता है, जो एंटी-कार्सिनजेनिक गुणों के लिए जाना जाता है और कैंसर को शरीर में बनने से रोकता है। इसमें मौजूद फ़यटोनुट्रिएंट्स कोलोरेक्टल और पेट के कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह गाढ़ा होने और विटामिन ई के उच्च स्तर के कारण, यह तेल पराबैंगनी किरणों और अन्य प्रदूषण के खिलाफ आपकी त्वचा की रक्षा करता है, इस प्रकार यह त्वचा कैंसर को रोकने में भी मदद करता है।
13. दमा के लिए फायदे - Uses For Asthma
सरसों का तेल अस्थमा और साइनस के लिए प्राकृतिक उपचार माना जाता है। अस्थमा के दौरे के समय, भाप देने के बजाए आप सरसों के तेल से छाती की मालिश करें। आप एक चम्मच चीनी और एक चम्मच सरसों के तेल के मिश्रण को दिन में कई बार ले सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, शहद और सरसों के तेल से बना मिश्रण एक चम्मच दिन में तीन बार लें। ये उपाय अस्थमा को नियंत्रित करने में काफ़ी प्रभावी रहे हैं।
14. दूर करें सर्दी खांसी - For Cold and Cough
यह तेल जो लोग सर्दी और खांसी से ग्रस्त उनके लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि यह बंद छाती और नाक की रुकावट में मदद करता है। एक चम्मच सरसों का तेल और कपूर से मिश्रण बनाएँ और छाती पर पर मालिश करें। सरसों के तेल से भाप उपचार के लिए, उबलते पानी की एक पॉट में सरसों का तेल और जीरें के बीज के कुछ चम्मच मिलाएँ और श्वास द्वारा इस भाप को खींचे। सरसों के तेल की तेज गंध श्वसन प्रणाली को गर्म करेगी, इस तरह यह कफ को बनाने से रोक कर सुरक्षा प्रदान करता है।
15. रखें मच्छरों को दूर - For Mosquito Bites
सरसों का तेल एक प्रभावी मच्छरों से बचाने वाली क्रीम के रूप में यह अपनी तेज सुगंध के साथ कीट-कीड़ों को पास आने से रोकता है। इस प्रकार, यह मलेरिया और अन्य कीट से होने वाले रोगों को रोकने में मदद करता हैं।