
Ok…य़े तो बड़ा आसान है … मुझे जो चाहिए वो सोचूं and as per law ब्रह्माण्ड मुझे वो सब कुछ दे देगा .Right, पर problem ये है कि जो चाहते हैं सिर्फ उसी के बारे में सोचना आसान नहीं है .
इंसानी दिमाग हर वक़्त सोचता रहता है …इसे control करना बहुत मुश्किल होता है …शायद इसीलिए हमारे ऋषि -मुनियों ने ध्यान लगाने...